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आर. प्रसाद, रजिन्दर कौर
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डाॅ. आर. प्रसाद1, डाॅ. रजिन्दर कौर2
1निर्देशक (अर्थशास्त्र), कुलपति, सन्त गहिरा गुरू विष्वविद्यालय सरगुजा, अमबिकापुर (छ.ग.)
2अतिथि व्याख्याता (अर्थशास्त्र), स्व. ठाकुर महाराज सिंह कला एवं विज्ञान महाविद्यालय, थाना खम्हरिया जिला-बेमेतरा (छ.ग.)
2शोध छात्रा, पं रविषंकर शुक्ल विष्वविद्यालय, रायपुर (छ.ग.)
*Corresponding Author
Published In:
Volume - 7,
Issue - 1,
Year - 2019
ABSTRACT:
छत्तीसगढ़ प्रारंभ से ही विषम भौगोलिक परिस्थितियों तथा संघर्ष पूर्ण इतिहास की भूमि रहा है। यहां के विभिन्न सामाजिक, सांस्कृतिक धार्मिक, राजनीतिक व ऐतिहासिक तत्वों में एक ओर जहां महिलाओं की गरिमा को बढ़ाया है, वहीं दूसरी ओर इनकी स्थिति को विषम बनाने में भी सहायक भूमिका अदा की है। महिला विकास हेतु अनेक योजनाओं के माध्यम से सुधार का प्रयास किया गया है। जिसमें भारतीय समाज में महिलाओं के स्थान को दर्शाया गया है।
Cite this article:
आर. प्रसाद, रजिन्दर कौर. भारतीय समाज में महिलाओं का स्थान-छत्तीसगढ़ के संदर्भ में. Int. J. Rev. and Res. Social Sci. 2019; 7(1):53-56.
Cite(Electronic):
आर. प्रसाद, रजिन्दर कौर. भारतीय समाज में महिलाओं का स्थान-छत्तीसगढ़ के संदर्भ में. Int. J. Rev. and Res. Social Sci. 2019; 7(1):53-56. Available on: https://ijrrssonline.in/AbstractView.aspx?PID=2019-7-1-10