Author(s):
पदमा सोमनाथे
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डाॅ. पदमा सोमनाथे
सहा. प्राध्यापक, वाणिज्य, गुरुकुल महिला महाविद्यालय, रायपुर (छ.ग.)
*Corresponding Author
Published In:
Volume - 9,
Issue - 3,
Year - 2021
ABSTRACT:
’’भारत जैसे देशों में संसाधनों के उचित विदोहन के माध्यम से प्रत्येक क्षेत्रों का विकास संभव हो रहा है एवं सभी क्षेत्रों के विकास का मुख्य आधार मुद्रा है, क्योंकि उत्पादन के प्रत्येक साधनों में पूंजी का महत्व सबसे अधिक है। जिसे बैंकों के माध्यम से पूर्ण किया जा सकता है। बैंक विभिन्न उत्पादक उद्देश्यों हेतु वित्त प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निर्वहन करता है।
Cite this article:
पदमा सोमनाथे. भारत में साख व्यवस्था - बैंकों की भूमिका. International Journal of Reviews and Research in Social Sciences. 2021; 9(3):133-4.
Cite(Electronic):
पदमा सोमनाथे. भारत में साख व्यवस्था - बैंकों की भूमिका. International Journal of Reviews and Research in Social Sciences. 2021; 9(3):133-4. Available on: https://ijrrssonline.in/AbstractView.aspx?PID=2021-9-3-3
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