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खोमन लाल साहू
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खोमन लाल साहू
शासकीय विश्वनाथ यादव तामस्कर स्नातकोत्तर स्वशासी महाविद्यालय, दुर्ग
*Corresponding Author
Published In:
Volume - 7,
Issue - 1,
Year - 2019
ABSTRACT:
सभ्य समाज की पहचान शिक्षा है। एक व्यक्ति शिक्षित होता है तो पूरे समाज में शिक्षा की ज्योति जगाता है। शिक्षा मानव संसाधान विकास का सार है। भारत के नागरिक इसके मूल्यवान संसाधन हैं। भारत में शिक्षा विकास तेजी हो रहा है, लेकिन विकास की गति सभी राज्यों में एक समान नहीं है। वहीं छत्तीसगढ़ राज्य में साक्षरता दर में वृद्धि हुई, लेकिन शिक्षा स्तर में नहीं। शासकीय विद्यालयों को मिलने वाली सुविधाओं का विशेष अभाव है। सुविधा युक्त शिक्षण संस्थानों में कार्यरत कर्मचारी, शिक्षक तथा अध्ययन करने वाले विद्यार्थीयों में आगे बढ़ने की जिज्ञासा देखने को मिलती है, लेकिन यदि साधनहीन शिक्षण संस्थान जहां नियमित, प्रशिक्षित शिक्षक का अभाव, प्रायोगिक सामाग्री का अभाव, खेल के मैदान एवं खेल सामाग्री इत्यादि चीजों की कमी तथा प्रबंधन की अव्यवस्था से बेहतर एवं उच्च गुणवत्ता युक्त शिक्षण संस्थान की कल्पना व्यर्थ होगा।
Cite this article:
खोमन लाल साहू. शासकीय विद्यालयों में शिक्षा की स्थिति एवं समस्या . Int. J. Rev. and Res. Social Sci. 2019; 7(1):116-118.
Cite(Electronic):
खोमन लाल साहू. शासकीय विद्यालयों में शिक्षा की स्थिति एवं समस्या . Int. J. Rev. and Res. Social Sci. 2019; 7(1):116-118. Available on: https://ijrrssonline.in/AbstractView.aspx?PID=2019-7-1-22