ABSTRACT:
प्रस्तुत अध्ययन द्वितीयक आंकड़ों पर आधारित है। अध्ययन हेतु कबीरधाम जिले के अंतर्गत समस्त विकासखण्डों को इकाई का आधार माना गया है। मानव अपनी क्षमता तथा आवष्यकता के अनुसार प्राकृतिक वातावरण का प्रारंभिक अवस्था में कृषि के अनुकूल वातावरण से अवगत होने का प्रयास करता है। कृषि कार्य हेतु जलवायु, धरातल, अपवाह, मृदा एवं जैविक तत्वों की आवष्यकता होती है जिसमें सर्वत्र विभिन्नता मिलती है। आवष्यकता अनुसार मानव इसमें आंषिक संषोधन कर उपयोगी बनाता है। जिले के कवर्धा विकासखण्ड़ में शस्य गहनता का स्तर (144.6 से अधिक है) जबकि बोड़ला में सबसे शस्य गहनता स्तर निम्न स्तर (124.3 कम) प्राप्त हुआ। उल्लेखनीय है कि जिले के भूमि की वहन क्षमता स्तर भी ज्ञात किया गया है जिसमें सहसपुर-लोहारा एवं कवर्धा विकासखण्ड़ क्रमषः 586 एवं 581 व्यक्ति प्रति वर्ग किलोमीटर उच्च प्राप्त हुए, वहीं जिले के बोड़ला विकासखण्ड़ में न्यून स्तर 523.0 व्यक्ति प्रति वर्ग किलोमीटर प्राप्त हुआ।
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विमल कुमार देवांगन. कबीरधाम जिले में शस्य गहनता एवं भू-वहन क्षमता प्रतिरूप: एक भौगोलिक अध्ययन. Int. J. Rev. and Res. Social Sci. 2019; 7(1):119-124.
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विमल कुमार देवांगन. कबीरधाम जिले में शस्य गहनता एवं भू-वहन क्षमता प्रतिरूप: एक भौगोलिक अध्ययन. Int. J. Rev. and Res. Social Sci. 2019; 7(1):119-124. Available on: https://ijrrssonline.in/AbstractView.aspx?PID=2019-7-1-23