ABSTRACT:
आज का युग सोषल मीडिया का युग है इस मीडिया ने पुरे भारतीय समाज पर प्रभाव डाला है, इस प्रभाव से बच्चे भी अछूते नहीं हैं। आज के बच्चे का सबेरा काटूर्न चैनल से प्रारंभ होता है एवं रात भी कार्टून चैनल से समाप्त होता है। बच्चे अपने माता-पिता या नाना-नानी, दादा-दादी, मामा-मामी या परिवार के अन्य सदस्यों के साथ समय बिताने की अपेक्षा कार्टून चैनल के साथ समय बिताना पसंद कर रहे हैं उन्हें परिवार के अन्य सदस्यों के साथ कोई आचार-व्यवहार करना पसंद नहीं हैं वे अपनी कार्टून चैनल की दुनिया में इतने अधिक ब्ययस्त है कि उन्हें न खुद को क्या करना है, की परवाह है न दूसरों कि टेलीविजन एवं मोबाईल्स पर आने वाले कार्टून चैनलों ने इन पर इतना अधिक प्रभाव डाला है कि ये अपना खाना-पीना भी भूल जाते हैं। कार्टून चैनल पर दिखाई जाने वाले एपिसोड ने उनके व्यवहार एवं नैतिकता को बुरी तरह से प्रभावित किया है बच्चे न अपने माता-पिता की सुनते हैं और न ही किसी अन्य सदस्य की। इन चैनल्सों के कारण इनके व्यक्तित्व का विकास अवरुध हो रहा है प्रस्तुत षोध पत्र द्वितीयक तथ्यों पर आधरित है, इसमें बच्चों के व्यक्तित्व पर सामाजिक मीडिया के प्रभाव को बतलाने का प्रयास किया गया है।
Cite this article:
हेमलता बोरकर वासनिक. बच्चों के व्यक्तित्व विकास पर सोषल मीडिया का प्रभाव. Int. J. Rev. and Res. Social Sci. 2020; 8(1):69-73.
संदर्भ-
1. मेनहास रषिद, हाफिजा फौजिया तब्बेसम, नोरिना जाबिन (2014)ः दी इन्फ्त्युऐंस आॅफ इलेक्ट्रानिक मीडिया आॅन चिल्ड्रनस पसर्नालिटी डव्लपमेंण्ट, इनोवेयर जर्नल आॅफ सोषिएल साइंसेस, अंक 72, पृ. 12714 प्ैैछ 2347.5544
2. सुसान, के, (2008)ः दी इम्पेक्ट आॅफ मीडिया टेक्नाॅलाॅजी आॅन चाइल्ड डव्लेमेंण्ट एण्ड वेलबिइंग जर्नल आॅफ साइकोलाॅजी, अंक, 77 पृ. 560- 570
3. गितीका श्री, (2016)ः एन इम्पीरिकल स्टडी आॅफ इफेक्ट आॅफ आॅनलाइन, सोषिएल नेटवर्किंग आॅन वेल बियिंग आॅफ इण्डियन यूजर्स, अप्रकाशित शोध प्रबंध, बिरला इंस्टीट्युट आॅफ टेक्नाॅलाजी एण्ड साइंस पिलानी, राजस्थान, इण्डिया।
4. प्प्त्ै ए 19 जनवरी 2019-मार्च 2019
5. प्दजमतदमज ंदक उवइपसम ।ेेवबंपजपवद व िप्दकपं 2019
6. ैवनतबम. ैजंजपेजं त्मेमंतबी क्मचंतजउमदज
7. ीजजचेध्ध्ूूूण्जीम ूममाण् पद इप्रजमबी
8. ीजजचेध्ध्ूूूण् ेजंजपेजंण्बवउझ ेजंजपेजपबे