ABSTRACT:
कवर्धा अंचल ही नहीं अपितु पूरे छत्तीसगढ़ के विख्यात साहित्यकारों में गिने जाने वाले नीरज मनजीत जी का जन्म 26 मई 1952 को कवर्धा अंचल में हुआ। मनजीत जी ने 1970 से ही नियमित लेखन प्रारंभ कर दिया था। मनजीत जी साहित्यकार ही नहीं संवेदनशील व सजग पत्रकार व ब्लागर भी है। इनके रचनाओं में सामाजिक यथार्थ मानवीय मूल्यए वैयक्तिक संबंध का चित्रण तो मिलता ही है, प्रकृति का अनुपम सौन्दर्य, प्रेम, अध्यात्म, विज्ञान, खेलकूद सभी का समावेश है, जिसकों पढ़ने वाला इनकी रचना संसार को देखकर अभिभूत हो जाएगा।
नीरज मनजीत का साहित्यिक दुनिया उनके सबल व्यक्तित्व एवं गहन अनुभव युक्त जीवन का परिणाम है। इनका जीवन अकृत्रिम एवं स्पष्ट है, जीवन के जिन स्रोतों से मंजीत जी का साहित्य उद्भूत हुआ है और जिन तत्वों को लेकर वे तरंगायित है उनको बिना समझे उनके साहित्य के गूढ़ तत्वों को समझना असंभव है। ये समसामयिक, राजनीतिक, राष्ट्रीय, अंतर्राष्ट्रीय घटनाचक्र, खेल सिनेमा, कारोबार इत्यादि अनेक विषयों पर अपना विचार लेख के माध्यम से भी रखते है।
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कावेरी जायसवाल. कवर्धा अंचल के साहित्यकार नीरज मनजीत का रचना संसार. International Journal of Reviews and Research in Social Sciences. 2025; 13(4):219-4. doi: 10.52711/2454-2687.2025.00032
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कावेरी जायसवाल. कवर्धा अंचल के साहित्यकार नीरज मनजीत का रचना संसार. International Journal of Reviews and Research in Social Sciences. 2025; 13(4):219-4. doi: 10.52711/2454-2687.2025.00032 Available on: https://ijrrssonline.in/AbstractView.aspx?PID=2025-13-4-5
सन्दर्भ ग्रन्थ:
1. अध्यात्म व प्रेम ‘नीलमणि’ कविता संग्रह ।
2. विज्ञान व प्रेम ‘नीलमणि’ कविता संग्रह ।
3. प्रेम और प्रकृति ‘नीलमणि’ कविता संग्रह ।
4. ग्लेशियर कविता संग्रह ।
5. कविता खिलती है कविता संग्रह ।
6. जिन्दगी से बाहर नहीं हूं कविता खिलती है कविता संग्रह ।