ABSTRACT:
मानव का ज्ञान ही सर्वप्रमुख संसाधन है। क्योंकि उसके सामाजिक सांस्कृतिक, राजनैतिक संगठन के कारण तत्व संसाधन का रूप ग्रहण करते हैं अतः मानव स्वयं संसाधन एवं संसाधनकर्ता भी है किसी भी क्षेत्र में जनसंख्या महत्वपूर्ण संसाधन है तथा वह संसाधनों का प्रेरणास्रोत भी होता है। किसी भी प्रदेश के जनांककीय विशेषता उस प्रदेश के भौतिक वातावरण के तत्वों और संसाधनों के सम्मिलित भूमिका का परिणाम होती है। इस बात की अति आवश्यक है कि यहाॅ पर तीव्र जनसंख्या वृद्धि को परिवार नियोजन कार्यक्रम के माध्यम से नियंत्रित किया जा सकता है। इसके अतिरिक्त स्त्री शिक्षा का प्रचार प्रसार हो, जनसंख्या वृद्धि से होने वाली समस्याओं से नुक्कड़ नाटक के माध्यम से अवगत कराया जाए।
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उमेश कुमार मिश्र. भदोही जनपद (उ0प्र0) जनांककीय संरचना का एक प्रतीक अध्ययन. International Journal of Reviews and Research in Social Sciences. 2021; 9(3):135-3.
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उमेश कुमार मिश्र. भदोही जनपद (उ0प्र0) जनांककीय संरचना का एक प्रतीक अध्ययन. International Journal of Reviews and Research in Social Sciences. 2021; 9(3):135-3. Available on: https://ijrrssonline.in/AbstractView.aspx?PID=2021-9-3-4
संदर्भ ग्रंथ -
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