Author(s): डी. एन. खुटे

Email(s): Email ID Not Available

DOI: 10.52711/2454-2687.2023.00014   

Address: डॉ. डी. एन. खुटे
सहायक प्राध्यापक, इतिहास अध्ययनषाला, पं.रविषंकर शुक्ल वि.वि., रायपुर (छ.ग.)
*Corresponding Author

Published In:   Volume - 11,      Issue - 2,     Year - 2023


ABSTRACT:
राजनांदगांॅव छत्तीसगढ़ को छोटा सा शहर है, किन्तु राजनीतिक चेतना के दृष्टिकोण से सदैव अग्रणी रहा हैं। मजदूरो में दिन-प्रतिदिन असंतोष बढ़ता जा रहा था। परिणामस्वरूप ठाकुर प्यारेलाल सिंह ने मजदूरों तथा महिला मजदूरों को जागृत और संगठित करने का काम आरंभ किया। मजदूरों में राजनीतिक तौर पर सन् 1919 में पहली बार चेतना जागृत हुई जब रौलेट एक्ट के विरोध में राजनांदगॉंव शहर तथा मिल बंद रही। पुनः बालगंगाधर तिलक की मृत्यु पर बंगाल-नागपुर-कॉटन मिल के मजदूरों ने दो दिन काम बंद रखा। नवम्बर 1917 से ठाकुर प्यारेलाल सिंह मजदूर आंदोलन से जुड़ गये थे इसी वर्ष ठाकुर साहब की मुलाकात कुछ मिल मजदूरों से हुई। अपने स्वभाव के अनुसार मजदूरों से हालचाल पूछा तब मजदूरों ने अपने साथ हो रहे अत्याचारो व शोषण के बारे में बताया कि उनकों 12 घण्टे रोजाना काम करवाने के बाद भी सही मायने में पर्याप्त मजदूरी नही मिलती। मजदूरों की परेशानियों को सुनकर ठाकुर साहब ने मजदूरो के अधिकारों के लिए संघर्ष करने के लिए दृढ़ संकल्पित हो गये।


Cite this article:
डी. एन. खुटे. 1920 में छत्तीसगढ़ का प्रथम मजदूर आंदोलन एवं ठा.प्यारेलाल सिंह. International Journal of Reviews and Research in Social Sciences. 2023; 11(2):96-2. doi: 10.52711/2454-2687.2023.00014

Cite(Electronic):
डी. एन. खुटे. 1920 में छत्तीसगढ़ का प्रथम मजदूर आंदोलन एवं ठा.प्यारेलाल सिंह. International Journal of Reviews and Research in Social Sciences. 2023; 11(2):96-2. doi: 10.52711/2454-2687.2023.00014   Available on: https://ijrrssonline.in/AbstractView.aspx?PID=2023-11-2-5


संदर्भ सूचीः-
1-    ठाकुर, श्रीहरि, त्यागमूर्ति ठाकुर प्यारेलाल सिंह,’’ आशीष प्रेस, रायपुर, 1955, पृ. 2-3
2-    छत्तीसगढ़ संदेश, 13-8-1947, अंक 25, पृ. 13 ।
3-    वर्मा, भगवान सिंह छत्तीसगढ़ का इतिहास प्रारंभ से 2000 ई. तक’’ मध्यप्रदेश हिन्दी ग्रंथ अकादमी, भोपाल, 2007, पृ. 87-97 ।
4-    वर्मा, भगवान सिंह छत्तीसगढ़ का इतिहास प्रारंभ से 2000 ई. तक’’ मध्यप्रदेश हिन्दी ग्रंथ अकादमी, भोपाल, 2007, पृ. 87-97 ।
5-    एडमिनिस्ट्रेटिव रिपोर्ट ऑफ सी.पी. एंड बरार फॉर द इयर्स 1882, पृ. 87-97।
6-    छत्तीसगढ़ संदेश, पूर्वोक्त।
7-    उपरोक्त।
8-    ठाकुर, श्रीहरि पूर्वोक्त, पृ. 8-9।
9-    नंादगांव संदेश, दिनांक 1-9-1946, अंक 26, पृ. 12।
10-   छत्तीसगढ़ संदेश, पूर्वोक्त।
11-   एस. एल, नगोरी, ‘‘भारत का राष्ट्रीय आंदोलन’’, आर .बी.एस, पब्लिशर्स, जयपुर, 1983, पृ. 221
12-   मध्यप्रदेश संदेश, संतोष कुमार, शुक्ल, स्वाधीनता रजत जयंतिका विशेषांक (स्वतंत्रता रजत जयंतिका विशेषांक (स्वतंत्रता संग्राम में छत्तीसगढ़ का योगदान), पृ. 53।
13-   झा, प्रफुल्ल, ‘‘राजनीतिक चेतना का अंकुरण स्थल बी.एन.सी’’, बलराम प्रेस राजनांदगॉंव, 1973 पृ. 12।
14-   बेहार,, रामकुमार ‘‘छत्तीसगढ़ी संस्कृति और विभूतिया’’, छत्तीसगढ़ शोध संस्थान रायपुर, 2003, पृ. 59।
15-   कर्मवीर, माधवराव सप्रे संग्रहालय भोपाल, तारीख 20 मार्च 1920 ।
16-   सायल राजेन्द्र कुमार,,‘राजनांदगांव मंे श्वेत आतंक’’, मजदूर संघ को कुचलने के लिए राज्यतंत्र द्वारा संगठित हिंसा पर एक अधूरी रिपोंर्ट, क्षेत्रीय सचिव लोक स्वतंत्रता संगठन म.प्र, खण्ड-2, दिनांक 2-10-1984, रायपुर पृ. 3।
17-   कर्मवीर, माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता संस्थान भोपाल, 28 फरवरी 1920।
18-   राजनांदगांव रियासत के उद्योगों की समस्याएं’’, राजगामी संपदा से प्राप्त, 1909 से 1936 ई. तक।
19-   कर्मवीर, 28 फरवरी 1920, पूर्वोक्त।
20-   सायल राजेन्द्र कुमार,, ‘‘राजनांदगांव में श्वेत आतंक’’, पूर्वोक्त।
21-   कर्मवीर, 28 फरवरी 1920 पूर्वोक्त।
22-   धानुलाल, श्रीवास्तव, अष्टराज अम्भोज’’, रेजा प्रेस नरसिंहपुर मध्यप्रदेश, 1925 पृ. 68
23-   झा, प्रफुल्ल, राजनीतिक चेतना का अंकुरण स्थल बी.एन.सी. मिल्स’’, पूर्वोक्त, पृ. 25।
24-   कर्मवीर, 28 फरवरी 1920, पूर्वोक्त।
25-   संकल्प, नागपुर शहार से प्रकाशित, अंक 42, तारीख 10 सितम्बर 1921, पृ. 5।
26-   कर्मवीर, 20 अगस्त 1920।
27-   ठाकुर, श्रीहरि, त्यागमूर्ति ठाकुर प्यारेलाल सिंह’’ पूर्वोक्त, पृ. 13।
28-   शुक्ला सुरेशचन्द्र,‘छत्तीसगढ़ की रियासतों का विलनीकरण’’, शिक्षादूत ग्रंथागार प्रकाशन, रायपुर, 2003, पृ. 76।
29-   सिंह खड़गबहादूर,, ‘‘राजनांदगांव जिले का राजनीतिक एवं सांस्कृति इतिहास (1741 से स्वतंत्रता की स्वर्ण जयंती तक)’’, कृष्णा प्रकाशन राजनांदगांॅव, 2004, पृ. 18।
30-   शुक्ला सुरेशचन्द्र, एवं अर्चना शुक्ला, छत्तीसगढ़ का समंग्र इतिहास’’, शिक्षादूत ग्रंथागार प्रकाशन, रायपुर, 2003, पृ0 180।
31-   वर्मा, भगवान सिंह, पूर्वोक्त, पृ. 76।
32-   बी. एन. सी. मिल के मजदूर आंदोलन 1920 के संबंध में प्यारेलाल सिंह ठाकुर द्वारा मध्यप्रदेश गर्वनर जनरल सर फ्रेंकस्लाई को लिखा पत्र, पृ. 1-2 (सरस्वती पुस्कालय से प्राप्त)।
33-   नैयर, रमेश, छत्तीसगढ़ के युग पुरूष त्यागमूर्ति प्यारेलाल सिंह ठाकुर ’’,श्ताक्ष़्ाी प्रकाशन रायपुर, 2006, पृ. 20

Recomonded Articles:

International Journal of Reviews and Research in Social Sciences (IJRRSS) is an international, peer-reviewed journal, correspondence in....... Read more >>>

RNI:                      
DOI:  

Popular Articles


Recent Articles




Tags