ABSTRACT:
राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 पारंपरिक भारतीय ज्ञान प्रणालियों को मुख्यधारा के शिक्षा ढांचे में एकीकरण पर जोर देकर भारत के शैक्षिक परिदृश्य में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित करती है। यह सार भारतीय ज्ञान प्रणालि यों से संबंधित एनईपी 2020 के प्रमुख प्रावधानों की पड़ताल करता है इसके उद्देश्यों रणनीतियों और संभावित प्रभावों पर प्रकाश डालता है। आज के युवा अपने भविष्य के लिए अधिक जागरूक) निर्णायक और जिम्मेदार हैं। स्कूली शिक्षा से परे) जैसे ही छात्र उच्च शिक्षा की दुनिया में कदम रखते हैं) आधुनिक विष्वविद्यालयों का यह कर्तव्य बन जाता है कि उनके पास एक ऐसा शैक्षिक क्षेत्र हो जो खोज) विकास को बढ़ावा दे और सबसे बढ़कर रुचि की लौ को हमेशा प्रज्वलित रखे। शिक्षा आर्थिक और सामाजिक प्रगति की आधारशिला है। उनके संबंधों को ध्यान में रखते हुए परंपराओं और संस्कृति) विभिन्न देश विभिन्न शिक्षा प्रणालियों को अपनाते हैं। राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) को 28 जुलाई) 2020 को भारत के केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा अनुमोदित किया गया था। राष्ट्रीय शिक्षा नीति की आवश्यकता पर बल देते हुए कोठारी आयोग ने स्पष्ट किया कि “यदि राष्ट्रीय प्रगति को तीव्र बनाना है तो एक सबल) सुनिश्चित एवं सुविचारित शिक्षा नीति की आवश्यकता है।“
Cite this article:
Naresh Kumar Paliwal. भारतीय शिक्षा नीति 2020 की समीक्षा (Review of Indian Education Policy 2020). International Journal of Reviews and Research in Social Sciences. 2025; 13(1):15-0. doi: 10.52711/2454-2687.2025.00003
Cite(Electronic):
Naresh Kumar Paliwal. भारतीय शिक्षा नीति 2020 की समीक्षा (Review of Indian Education Policy 2020). International Journal of Reviews and Research in Social Sciences. 2025; 13(1):15-0. doi: 10.52711/2454-2687.2025.00003 Available on: https://ijrrssonline.in/AbstractView.aspx?PID=2025-13-1-3
संदर्भ सूची:-
1. नई शिक्षा नीति 2020 की रूपरेखा, अनुच्छेद 6 व 14
2. मिश्रा, मृत्युंजय, एक सामवेशी विद्यालय का निर्माण अरिहंत शिक्षा प्रकाशन, जयपुर।
3. पांडे, एस.पी. और मंसूरी, इम्तियाज (2019), एक समावेशी स्कूल का निर्माण, आर. लाल बुक डिपो मेरठ।
4. www.education.gov.in>एनईपी 2020 एमएचआरडी.