Author(s): रवि प्रकाश पाण्डे, प्रदीप कुमार चैधरी

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Address: डाॅ. रवि प्रकाश पाण्डे1, प्रदीप कुमार चैधरी2
1प्राध्यापक (वाणिज्य), शासकीय विवेकानंद महाविद्यालय मैहर, जिला सतना (म.प्र.)
2शोधार्थी (वाणिज्य), शासकीय विवेकानंद महाविद्यालय मैहर, जिला सतना (म.प्र.)
*Corresponding Author

Published In:   Volume - 10,      Issue - 4,     Year - 2022


ABSTRACT:
लघु उद्योग इकाई ऐसा औद्योगिक उपक्रम है जहाँ संयंत्र एवं मशीनरी में निवेश 1 करोड़ रुपए से अधिक न हो, किन्तु कुछ मद जैसे कि हौजरी, हस्त-औजार, दवाइयों व औषधि, लेखन सामग्री मदें और खेलकूद का सामान आदि में निवेश की सीमा 5 करोड़ रु. तक थी। लघु उद्योग श्रेणी को नया नाम लघु उद्यम दिया गया है। लघु उद्योगों को सदैव सन्तुलित क्षेत्रीय विकास व बेरोजगारी दूर करने के उपाय के रूप में जाना जाता है। लघु उद्योग किसी भी अर्थव्यवस्था में उच्च दर से रोजगार का सृजन करते हैं तथा उत्पादन व निर्यात में महत्वपूर्ण योगदान करते हैं। विकासशील अर्थव्यवस्थाओं में लघु उद्योगों को बढ़ावा देना अधिक तर्क संगत है क्योंकि इनमें रोजगार सृजन की क्षमता अधिक होती है। आय के समान वितरण, नवउद्यमशीलता के विकास ओर विकेन्द्रीयकरण की क्षमता के गुणों के कारण विकासशील अर्थव्यवस्थाओं को आगे ले जाने में लघु उद्योग मदद करते हैं तथा समावेशी विकास में आय के समान वितरण को बढ़ावा देते हैं। भारत जेसी अर्थव्यवस्था में जहां अदृश्य व खुली बेरोजागारी अधिक है, लघु उद्योगों का महत्व ओर भी बढ़ जाता है। स्वतन्त्रता के उपरांत ही अर्थव्यवस्था के उत्तरोत्तर ओद्योगीकरण पर प्रमुखता से ध्यान दिया जा रहा है ताकि आयात कम करने के लक्ष्य को हासिल किया जा सकें लघु उद्योग आर्थिक विकास का अभिकर्ता भी हैं। द्वितीय पंचवर्षीय योजना, जिसमें सार्वजनिक क्षेत्र के भारी उद्योगों के संवर्धन पर काफी जोर दिया गया था, में भी आर्थिक विकास ओर क्षेत्रीय संतुलन बनाए रखने की प्रक्रिया में लघु उद्योगों के महत्व को स्वीकार किया गया था। लघु उद्योगों के माध्यम से क्षेत्रीय विषमता को दूर किया जा सकता है। लघु उद्योगों में स्थानीय कोशल स्थानीय कच्चे माल ओर कम पूंजी का निवेश होता है।


Cite this article:
रवि प्रकाश पाण्डे, प्रदीप कुमार चैधरी. मध्यप्रदेश के आर्थिक विकास में लघु उद्योगों के योगदान एवं संभावनाओं का एक विश्लेषणात्मक अध्ययन (रीवा जिले के विशेष संदर्भ में). International Journal of Reviews and Research in Social Sciences. 2022; 10(4):183-1.

Cite(Electronic):
रवि प्रकाश पाण्डे, प्रदीप कुमार चैधरी. मध्यप्रदेश के आर्थिक विकास में लघु उद्योगों के योगदान एवं संभावनाओं का एक विश्लेषणात्मक अध्ययन (रीवा जिले के विशेष संदर्भ में). International Journal of Reviews and Research in Social Sciences. 2022; 10(4):183-1.   Available on: https://ijrrssonline.in/AbstractView.aspx?PID=2022-10-4-7


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