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श्रीमती वेदवती मण्डावी, संदीप कुमार चैहान
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डाॅ. श्रीमती वेदवती मण्डावी1, संदीप कुमार चैहान2
1शोध निर्देशक विभागाध्यक्ष (राजनीति विज्ञान) शासकीय विश्वनाथ यादव तामस्कर स्वशासी महा. दुर्ग
2शोधार्थी शोधकेन्द्र-षासकीय विश्वनाथ यादव तामस्कर स्वशासी महा. दुर्ग
*Corresponding Author
Published In:
Volume - 7,
Issue - 2,
Year - 2019
ABSTRACT:
प्रस्तुत शोधपत्र में छत्तीसगढ़ में भ्रष्टाचार उन्मूलन में लोक आयोग के कार्य एंव भूमिका की दशा एवं दिशा का उल्लेख किया गया है। 1 नवम्बर 2001 को छत्तीसगढ़ राज्य गठन के बाद सन् 2002 में राज्य शासन ने अपने शक्तियों का प्रयोग करते हुए एक अधिनियम 30 बनाया जो अधिनियम छत्तीसगढ़ लोक आयोग अधिनियम कहलाया, यह अधिनियम राज्य की जनता की भलाई के लिए एक स्वतंत्र एवं निष्पक्ष जांच आयोग के रुप में कार्य कर रहा है। जिससे नागरिकों को बिना किसी भय एवं भेदभाव के प्रकरण का निपटारा किया जा रहा है। लोक आयोग राज्य के नागरिकों हितों एवं कानूनी अधिकारो का संरक्षण कर राज्य के नागरिकों के मन मे निष्पक्ष एवं विश्वसनिय संस्था बन चुकी है।
Cite this article:
श्रीमती वेदवती मण्डावी, संदीप कुमार चैहान. छत्तीसगढ़ में भ्रष्टाचार उन्मूलन में लोक आयोग के कार्य एंव भूमिका की दशा एवं दिशा. Int. J. Rev. and Res. Social Sci. 2019; 7(2): 571-574.
Cite(Electronic):
श्रीमती वेदवती मण्डावी, संदीप कुमार चैहान. छत्तीसगढ़ में भ्रष्टाचार उन्मूलन में लोक आयोग के कार्य एंव भूमिका की दशा एवं दिशा. Int. J. Rev. and Res. Social Sci. 2019; 7(2): 571-574. Available on: https://ijrrssonline.in/AbstractView.aspx?PID=2019-7-2-49