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Author(s): सियालाल नाग

Email(s): siyalalnag1@gmail.com

DOI: 10.52711/2454-2687.2023.00040   

Address: डॉ. सियालाल नाग
राजनीति विज्ञान विभाग, षासकीय काकतीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, जगदलपुर (छ.ग.)
*Corresponding Author

Published In:   Volume - 11,      Issue - 4,     Year - 2023


ABSTRACT:
मानव अधिकार वे सभी अधिकारो से है जो व्यक्ति के जीवन, स्वतंत्रता, समानता एवं प्रतिष्ठा से जुडे़ हुए हैं। भारतीय संविधान के भाग- 3 में मूलभूत अधिकारों के नाम से वर्णित किये गये हैं और माननीय न्यायालयों द्वारा प्रवर्तनीय हैं। इसके अलावा अन्तर्राष्ट्रीय समझौते के फलस्वरूप संयुक्त राष्ट्र की महासभा द्वारा स्वीकार किये गये है और देष के न्यायालयों द्वारा प्रवर्तनीय है, को मानव अधिकार माना जाता है। इसमें अधिकारों को प्रदूषण मुक्त वातावरण में जीने का अधिकार, अभिरक्षा में और अपमानजनक व्यवहार न होने संबंधी अधिकार षामिल है। मानव अधिकार प्रत्येक मनुष्य के मूलभूत अधिकार होते है, जो जीवन के लिए आवष्यक है। मानव जीवन की वे परिस्थितियां है जिनके बिना व्यक्ति अपने व्यक्तित्व का सम्पूर्ण विकास नही कर पाता और न ही समाज के लिए उपयोगी कार्य कर सकता है। मानव अधिकारों के बिना मानव जीवन के अस्तित्व की कल्पना नहीं की जा सकती है। भारत में सन् 1993 से पूरे राज्यों में फैली हुई है। संविधान की 7वी अनुसूची में अल्लिखित जैसा कि राज्यों पर लागू होता है। यह सितंबर 1993 के 28 वें दिन लागू होने के लिए समझा जाएगा। छत्तीसगढ़ में सीजी मानवाधिकार आयोग की स्थापना 16 अप्रैल 2001 को हुई थी। सिक्किम उच्च न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायधीष श्री जस्टिस के. एम. अग्रवाल को अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया था। पत्र संख्या 4139 जीएडी/2001 जिस तारीख से उन्होंने कार्यालय का प्रभार संभाला था। जिसमें छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले मंे मानवाधिकार की समस्या का अध्ययन है।


Cite this article:
सियालाल नाग. बस्तर जिले में मानवाधिकारों का अध्ययन. International Journal of Reviews and Research in Social Sciences. 2023; 11(4):233-0. doi: 10.52711/2454-2687.2023.00040

Cite(Electronic):
सियालाल नाग. बस्तर जिले में मानवाधिकारों का अध्ययन. International Journal of Reviews and Research in Social Sciences. 2023; 11(4):233-0. doi: 10.52711/2454-2687.2023.00040   Available on: https://ijrrssonline.in/AbstractView.aspx?PID=2023-11-4-6


संदर्भ ग्रन्थ सूची:-
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2.      जगजीत सिंह-मानवाधिकार वायदे और हकीकत, सन्मार्ग प्रकाषन, दिल्ली सन 2010।
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5.      डॉ.रमेष चन्द्रा-मानवाधिकार विविध आयाम एवं चुनौतियॉ, अंकित पब्लिकेषन्स, दिल्ली सन् 2010।
6.      कैलाष नाथ गुप्त एवं सरिता षाह-मानवाधिकार का संघर्ष, संदर्भ एवं निवारण’ अभिव्यक्ति प्रकाषन, दिल्ली 2011।
7.      सियालाल नाग-पंचायती राज व्यवस्था में आदिवासी महिलाओं की भूमिका, (बस्तर जिले का अध्ययन)’ आनकार आनलाईन पब्लिकेषन, जगदलपुर, बस्तर, छ.ग. सन् 2018।
8.      डॉ पुखराज जैन - राजनीति विज्ञान, साहित्य भवन, अगरा सन् 1998।
9.      Bastar.gov.in 2017
10.   hrc.cg.gov.in 15.08.2018
11- बस्तर इम्पेक्ट सामाचार पत्र
12- दबंग दुनिया सामाचार पत्र
13- हरिभूमि सामाचार पत्र

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