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विद्यासागर सिंह, अषोक कुमार पटेल
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विद्यासागर सिंह1, अषोक कुमार पटेल2
1शोध छात्र, अर्थषास्त्र अध्ययन शाला, पं. रविषंकर शुक्ला विष्वविद्यालय, रायपुर (छ.ग.)
2शोध छात्र, अर्थषास्त्र विभाग, बी.सी.एस. शासकीय महाविद्यायल, धमतरी (छ.ग
*Corresponding Author
Published In:
Volume - 6,
Issue - 3,
Year - 2018
ABSTRACT:
छत्तीसगढ़ में जनजातिय आदिवासियों की बड़ी संख्या निवास करती हैं, कुल जनसंख्या में 78,22,102 लोग जनजातिय परिवारो से आते हैं। छत्तीसगढ़ का बस्तर संभाग क्षेत्र आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र हैं। यहां पर आदिवासी जनजाति निवास करती हैं। इनके जीवको पार्जन, रोजगार, आय का प्रमुख साधन कृषि एंव लघुवनोपज हैं। यहां पर व्यवसायिक महत्व के लगभग 72 प्रकार के लघुवनोपज उपलब्ध हैं। इनके विपणन के लिये ये जनजाति आदिवासी परिवार सप्ताहिक बाजार जिसे हाॅट के नाम से जाना जाता हैं पर पूर्णतः निर्भर रहते हैं। प्रस्तुत शोध-पत्र में लघुवनोपज के विपणन में सप्ताहिक बाजार की भूमिका का अध्ययन किया गया हैं।
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विद्यासागर सिंह, अषोक कुमार पटेल. छत्तीसगढ़ के जनजातिय क्षेत्रो में लघु वनोपज के विपणन में सप्ताहिक बाजार की भूमिकाः बस्तर संभाग के सदंर्भ में. Int. J. Rev. and Res. Social Sci. 2018; 6(3):297-301.
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विद्यासागर सिंह, अषोक कुमार पटेल. छत्तीसगढ़ के जनजातिय क्षेत्रो में लघु वनोपज के विपणन में सप्ताहिक बाजार की भूमिकाः बस्तर संभाग के सदंर्भ में. Int. J. Rev. and Res. Social Sci. 2018; 6(3):297-301. Available on: https://ijrrssonline.in/AbstractView.aspx?PID=2018-6-3-16