Author(s): सचिन कुमार, घनश्याम दुबे

Email(s): thegrtsachin@gmail.com

DOI: 10.52711/2454-2687.2023.00045   

Address: सचिन कुमार1, डॉ. घनश्याम दुबे2
1शोधार्थी, इतिहास विभाग, गुरु घासीदास विष्वविद्यालय, बिलासपुर (छ.ग.)
2सह प्राध्यापक, इतिहास विभाग, गुरु घासीदास विश्वविद्यालय, बिलासपुर (छ.ग.)
*Corresponding Author

Published In:   Volume - 11,      Issue - 4,     Year - 2023


ABSTRACT:
छत्तीसगढ़ की विशेष पिछड़ी जनजातियों मे से एक बैगा जनजाति बिलासपुर संभाग मे बहुतायत संख्या मे निवासरत हैं। इस जनजाति की अपनी एक विशिष्ट सामाजिक सांस्कृतिक विरासत पीढ़ियों से चली आ रही है। जन्म से लेकर मृत्यु तक अपनी विशेष मान्यताओं, परंपराओं का प्रचलन है किन्तु आधुनिकता एवं बाह्य समाज से संबंध होने एवं एकाकी जीवन तथा जंगलों से पूर्ण निर्भरता कम होने के कारण इस जनजाति मे सांस्कृतिक परिवर्तन होने लगे हैं। प्रसव गाँव की दाई के अलावा अब अस्पतालों मे होने लगे हैं। विवाह परम्पराओं में सिंदूर का प्रचलन प्रारम्भ हो गया है। रोगों के ईलाज के लिए अब परंपरागत प्रक्रिया के अलावा चिकित्सकों अथवा दवाखानों का रुख करने लगे हैं। बैगा जनजाति मे सर्वाधिक महत्व रखने वाली परंपरा “गोदना“ की मूलता का अस्तित्व छिन्न-भिन्न हो गया है। मुख्य धारा मे जुड़ने की राह मे इस जनजाति की मूल संस्कृति मे आमूलचुल परिवर्तन दृष्टिगोचर होने लगी है।


Cite this article:
सचिन कुमार, घनश्याम दुबे. छत्तीसगढ़ के बिलासपुर संभाग के बैगा जनजाति में सांस्कृतिक परिवर्तन. International Journal of Reviews and Research in Social Sciences. 2023; 11(4):265-9. doi: 10.52711/2454-2687.2023.00045

Cite(Electronic):
सचिन कुमार, घनश्याम दुबे. छत्तीसगढ़ के बिलासपुर संभाग के बैगा जनजाति में सांस्कृतिक परिवर्तन. International Journal of Reviews and Research in Social Sciences. 2023; 11(4):265-9. doi: 10.52711/2454-2687.2023.00045   Available on: https://ijrrssonline.in/AbstractView.aspx?PID=2023-11-4-11


संदर्भ गं्रथ:-
1.      छत्तीसगढ़ के अनुसूचित क्षेत्रों के प्रशासन पर राज्यपाल का प्रतिवेदन, छत्तीसगढ़ शासन आदिमजाति तथा अनुसूचित जाति विकास विभाग, नया रायपुर, छत्तीसगढ़, 2012-13,
2.      वैष्णव, टी. के., छत्तीसगढ़ की आदिम जनजातिय (एक परिदृश्य), आदिम जाति अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्था, रायपुर, 2008,
3.      सिन्हा, अनिल कुमार, छत्तीसगढ की आदिम जनजातियाँ, नार्दन बुक संेटर, नई दिल्ली, 2006,
4.      छत्तीसगढ़ के अनुसूचित क्षेत्रों के प्रशासन पर राज्यपाल का प्रतिवेदन, छत्तीसगढ़ शासन आदिमजाति तथा अनुसूचित जाति विकास विभाग, नया रायपुर, छत्तीसगढ़, 2009-2010,
5.      देशपांडे, डॉ. मेघा: बैगा जनजाति का समाजशास्त्रीय अध्ययन, आयु पब्लिकेशन्स, नई दिल्ली, 2016
6.      अलंग, डॉ. संजय: छत्तीसगढ़ की जनजातियाँ, जन ज्ञान विज्ञान समिति, इलाहाबाद 2016
7.      उपाध्याय, डॉ. विजय शंकर, शर्मा, डॉ. विजय प्रकाशः भारत की जनजातीय संस्कृति, मध्यप्रदेश हिंदी ग्रंथ अकादमी, 1989
8.      वैष्णव, टी, के.ः छत्तीसगढ़ की अनुसूचित जनजातियाँ, छत्तीसगढ़ आदिम जाति अनुसन्धान एवं प्रशिक्षण संस्थान, रायपुर, 2004
9.      ग्राम बहेरामुड़ा तहसील कोटा के सरिता बैगा पति मिथलेश बैगा से प्राप्त जानकारी के अनुसार
10.   ग्राम बहेरामुड़ा तहसील कोटा के सूकवारा बैगा पति सुशील बैगा से प्राप्त जानकारी के अनुसार
11.   ग्राम बहेरामुड़ा तहसील कोटा के सुकरिया बैगा पिता सियाराम बैगा से प्राप्त जानकारी के अनुसार
12.   ग्राम उमरिया तहसील कोटा के चैती बाई पति घासीराम से प्राप्त जानकारी के अनुसार
13.   ग्राम उमरिया तहसील कोटा के मन कुँवर पति स्व॰ सुरेश से प्राप्त जानकारी के अनुसार

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