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शबनूर सिद्दीकी
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डॉ. शबनूर सिद्दीकी
प्राध्यापक, इतिहास शास. पं. श्यामाचरण शुक्ल महाविद्यालय, धरसींवा.
*Corresponding Author
Published In:
Volume - 6,
Issue - 2,
Year - 2018
ABSTRACT:
छत्तीसगढ़ में 19वीं शताब्दी में सामाजिक और आर्थिक जीवन का इतनी तेजी से परिवर्तन हुआ की जनसाधारण भाग्यवादी बन गये। भौगोलिक संरचना ने प्रदेश को प्राकृतिक सुरक्षा दी और प्रांगण मे ंहमें आदिवासियों की अनोखी रीति-नीति दिखाई दी और जब मैदानी क्षेत्र के लोग मिले तो सभ्यता मिली-जुली हो गई।
Cite this article:
शबनूर सिद्दीकी. छत्तीसगढ़ का ग्राम्य समाज (20वीं शताब्दी के विषेष संदर्भ में). Int. J. Rev. and Res. Social Sci. 2018; 6(2):187-189.
Cite(Electronic):
शबनूर सिद्दीकी. छत्तीसगढ़ का ग्राम्य समाज (20वीं शताब्दी के विषेष संदर्भ में). Int. J. Rev. and Res. Social Sci. 2018; 6(2):187-189. Available on: https://ijrrssonline.in/AbstractView.aspx?PID=2018-6-2-17
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