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सेवन कुमार भारती, ओमकुमारी वर्मा
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सेवन कुमार भारती1, ओमकुमारी वर्मा2,
1सहायक प्राध्यापक भूगोल, शासकीय महाविद्यालय प्रेमनगर जिला सूरजपुर छ.ग.
2रिसर्च एसोसिएट, भूगोल अध्ययन शाला, पं.रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय, रायपुर छ.ग.
*Corresponding Author
Published In:
Volume - 7,
Issue - 3,
Year - 2019
ABSTRACT:
आवास एक मूलभूत आवश्यकता है। परन्तु देश के एक बड़े जनसंख्या को सुविधा युक्त आवास उपलब्ध नहीं हो पाया है। छत्तीसगढ़ में ग्रामीण क्षेत्र की स्थिति और भी दयनीय है यहां 80 प्रतिशत जनसंख्या के पास संतुलित, सुविधा युक्त, वातावरणीय, गुणवत्तायुक्त आवास की कमी है। जनसंख्या में प्रतिवर्ष वृद्धि हो रही है उस अनुपात में आवास का निर्माण नहीं हो पा रहा है। फलस्वरूप जनसंख्या एवं आवासीय स्थिति का अनुपात असंतुलित हो रहा है। अत्यधिक भीड़ एवं एकान्तता के अभाव के कारण निवासियों में भावनात्मक एवं मानसिक अषान्ति उत्पन्न हो रही है और रोगग्रस्त होते जा रहे है। शासन द्वारा इस समस्याओं को दूर करने के लिए विभिन्न प्रकार के योजना का क्रियान्वयन किया जा रहा है तथापि अभी भी इस दिशा में ठोस उपलब्धि हासिल नहीं हुआ है जो ग्रामीण नियोजन एवं विकास के लिए महत्वपूर्ण चुनौतियां प्रस्तुत करती है।
Cite this article:
सेवन कुमार भारती, ओमकुमारी वर्मा. ग्रामीण कार्यषील महिलाओं के स्वास्थ्य पर आवासीय दशाओं का प्रभाव, (पूर्वी षिवनाथ बेसिन के विषेष संदर्भ में). Int. J. Rev. and Res. Social Sci. 2019; 7(3):687-694.
Cite(Electronic):
सेवन कुमार भारती, ओमकुमारी वर्मा. ग्रामीण कार्यषील महिलाओं के स्वास्थ्य पर आवासीय दशाओं का प्रभाव, (पूर्वी षिवनाथ बेसिन के विषेष संदर्भ में). Int. J. Rev. and Res. Social Sci. 2019; 7(3):687-694. Available on: https://ijrrssonline.in/AbstractView.aspx?PID=2019-7-3-13